सब फ़ूल हृदय के शूल हुए हैं, पलछिन मधुक्षण प्रतिकूल हुए हैं। सब फ़ूल हृदय के शूल हुए हैं, पलछिन मधुक्षण प्रतिकूल हुए हैं।
क्यूँ ये होती हैं, नम आँखे, काटे कटते नहीं है, दिन और रातें। क्यूँ ये होती हैं, नम आँखे, काटे कटते नहीं है, दिन और रातें।
हालात हुए हैं बद से बद्तर प्रभु अब तो दो मेरे प्रश्नों के उत्तर। हालात हुए हैं बद से बद्तर प्रभु अब तो दो मेरे प्रश्नों के उत्तर।
थैली अबीर गुलाल की, और यारो की टोली। थैली अबीर गुलाल की, और यारो की टोली।
आज के दिन ये धरती ख़ुश है नीला सा ये आसमान ख़ुश है, आज मना रहे,हम बसंत पंचमी स्कूल क आज के दिन ये धरती ख़ुश है नीला सा ये आसमान ख़ुश है, आज मना रहे,हम बसंत पंच...
वैसे में तो कुछ भूलता ही नहीं तुम साथ हो तो। वैसे में तो कुछ भूलता ही नहीं तुम साथ हो तो।